कुणाद
ये अणु विज्ञान विषय के महान वैज्ञानिक थे | भारत में अणु दार्शनिक विषय भुत पहले से रहा है और ये उस विषय में प्रांगण थे | इन्होने Atomic Theory के बताई और इनका अणु दर्शन इतना बड़िया था कि इन्होने अपने प्राण भी पीलव पीलव शब्द बोलते हुए छोड़े थे |
धन्वन्तरि
ये आयुर्वेद के प्रथम आचार्य थे | श्रुसुत और नागार्जुन इन्ही की परम्परा में हुए थे |
सुश्रुत
ये शल्य चिकित्सा यानि Plastic Surgery के महान ज्ञाता थे | इन्होने अपने ग्रन्थ सुश्रुत संहिता में शल्य चिकित्सा की पूरी क्रिया का वर्णन किया है | इन्होने ही मोतिया बिद की शल्य क्रिया का विकास किया था |
चरक
ये प्राचीन सम्राट कनिष्क की राज्यसभा के अनमोल रत्न थे | इन्होने चरक सहिंता में आयुर्वेद की अनेक चिकित्सा विधियों का वर्णन किया है |
अश्वनी कुमार
ये उड़ने वाले रथ , नौकाओं और आयुर्वेद के रचियता थे | विस्पवा नाम की वीर तरुनी का रणभूमि में पैर टूट गया था और इन्होने उसकी जगह लोहे का पैर ऐसा जोड़ा की वो फिर से रणभूमि में उतरने को तैयार हो गई | इन्होने द्स्यत्र ऋषि का सर कटकर उसके स्थान पर घोड़े का सर लगाकर उनसे धुन्रविध्या सीखी थी |
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