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Wednesday, 12 September 2018

मन्दिर जाने के ये हैं वैज्ञानिक कारण ,जानकर होंगे हैरान |

हिन्दू संस्कृति का आधार विज्ञान ही है | चाहे वह कोई त्यौहार हो यां फिर पूजा पाठ की विधि सब कुछ विज्ञान पर आधारित है | इसी तरह मनिदर जाने के भी अपने विज्ञानिक महत्व हैं जिन्हें जानकर आपको हर रोज मन्दिर जाना चाहिए | 


  • मन्दिरों का निर्माण स्थान : हिन्दू मन्दिरों को उस जगह  बनाया जाता है जहाँ सकारात्मक उर्जा हो | अगर हम इतिहासिक मन्दिरों को देखें तो भगवान की मूर्ति को गर्भ स्थान में ही स्थापित किया जाता है | और मन्दिर का गर्भ स्थान वही होगा जहाँ सबसे जयादा सकारात्मक उर्जा होगी | तो मन्दिर वहीं बनाये जाते हैं जहाँ सकारात्मक उर्जा सबसे ज्यादा हो और वहाँ जाने वाले को वह उर्जा मिल सके |



  • मन्दिरों के बाहर जुते उतारना : प्राचीन काल  में मन्दिरों के फर्श उन धातुओं से बनाये जाते  थे जो चुब्कीय उर्जा को आसानी से प्रवाहित कर सकें | और जब हम जुते उतार कर मन्दिर में जाते है तो उर्जा हमारे पैरों के रस्ते बिना किसी रोक के हमारे अंदर प्रवेश करती है | इसका दूसरा कारण मन्दिर की स्वच्छता  को भी बनाये रखना है |

  • घंटी बजाने से श्रवण इंद्री सक्रिय होती है : जी हाँ जब हम मन्दिर में प्रवेश करतें है तो घंटी जरुर बजाते हैं | जब हम घंटी बजाते हैं तो उससे निकलने वाली ध्वनी हमारी श्रवण इंद्री को सक्रिय करती है | और हमारे सातों चक्रो को भी जगाती है |






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