आपको यह सुनक्र भुत ही हैरानी होगी की आज से करीब ४०० साल पहले अचलपुर के बुन्देलपूरा स्थित राममठ में श्रद्धालुओं के लिए हनुमान जी की मूर्ति बने गई थी इस मूर्ति की लम्बाई 5 फुट है और हैरानी की बात है लगातार पानी और सिंदूर चड़ाए जाने से भी ये वैसी की वैसी ही है | आज ये मूर्ति विज्ञान के लिए चुनौती बनी हुई है | इस मूर्ति का निर्माण छत्रपति शिवाजी माहराज के शिष्य भोला राम ने उनके आदेश पर गाय के गोबर से बनाया था और शिवाजी के गुरु रामदास स्वामी जी ने इस मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की थी |
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